अब्दुल करीम तेलगी कौन था ?
अब्दुल करीम तेलगी एक बहुत बड़ा जालसाज था , जिसने नकली पासपोर्ट और स्टांप पेपर बनाने का घोटाला किया था । यह 30 हजार करोड़ का बहुत बड़ा घोटाला था जिसे तेलगी घोटाला के नाम से जाना जाता है । तेलगी घोटाले ने भारत को हिला कर रख दिया था।
नाम | अब्दुल करीम तेलगी |
उपनाम | तेलगी |
पेशा | अपराधी |
जन्मतिथि | 29 जुलाई,1961 |
जन्म स्थान | खानापुर, कनार्टक |
धर्म | इस्लाम |
मृत्यु | 23 अक्टूबर 2017 |
ढंड | 30 साल का जेल |
पत्नी का नाम | शाहिदा |
पिता का नाम | अज्ञात |
माता का नाम | शरीफबी लाडसाब तेलगी |
भाई/बहन | अब्दुल रहीम तेलगी और अब्दुल अजीम तेलगी |
बच्चे | सना तालिकोटि (बेटी) |
जन्म
अब्दुल करीम तेलगी का जन्म 29 जुलाई 1961 में खानापुर कनार्टक में हुआ था।
परिवार
वह एक मध्यवर्ती परिवार से था उसके पिता रेलवे के कर्मचारी थे पिता का नाम अज्ञात है उसकी माता का नाम शरीफबी लाडसाब तेलगी था जो की एक ग्रहणी थी । तेलगी के बचपन में ही उसके पिता की मृत्यु हो गई थी। तेलगी के दो भाई थे अब्दुल रहीम तेलगी और अब्दुल अजीम तेलगी था।
तेलगी के शादी का वर्ष ज्ञात नहीं है पर उसकी पत्नी का नाम शाहिदा था जो एक गृहणी थी। तेलगी की बेटी का नाम सना तालिकोटि है और उसके पति का नाम इरफान तालिकोटि है । उसके बेटे के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
पढ़ाई
तेलगी के पिता की मृत्यु के बाद उसने ट्रेन में फल और सब्जियां बेचकर अपनी पढ़ाई अंग्रेजी स्कूल सर्वोदय विद्यालय इंग्लिश मीडियम हाई स्कूल से पूरी की , गोगेड कॉलेज ऑफ कॉमर्स से B.com किया ,उसकेपास बी कॉम तक की डिग्री थी।
कार्यकाल
Abdul Karim Telgi पढ़ाई पूरी करने के बाद मुंबई चला गया । वहां जाकर सेल्स एग्जीक्यूटिव बन गया इसके बाद उसने महाराष्ट्र में फेलिक्स इंडिया लिमिटेड में काम किया जल्द ही नौकरी छोड़ दी । इसके बाद उसने कोलवा नामक जगह के किसन गेस्ट हाउस में मैनेजर की नौकरी की इसके बाद तेलगी अपने बड़े-बड़े सपने पूरे करने के लिए 1986 में सऊदी अरब चला गया। सऊदी अरब में नौकरी मिल गई लेकिन 7 साल के बाद वह भारत वापस आ गया ।
यहां वापस आकर ट्रैवल एजेंट का काम किया साथ ही उसने नकली आप्रवासन दस्तावेज बनाने का काम शुरू कर दिया था। इस अपराध में पकड़े जाने के बाद 3 साल की जेल हुई। जेल के दौरान तेल की की मुलाकात रामरतन सोनी से हुई थी इसके बाद सही तेलगी ने नकली स्टांप पेपर और स्टिकिग टिकट का काम शुरू कर दिया था। इस जालसाजी के काम में वह बहुत मगरूर हो गया 300 एमबीए प्रोफेशन के लोगों को तेलगी ने नौकरी पर रख लिया तेलगी ने 30000 करोड़ का घोटाला किया था।
अपराधिक मामले
1. 1991, में पहली एफआईआर दर्ज हुई थी और 1953 में गिरफ्तार कर लिया गया था।
2. 1994 मैं तेलगी ने लाइसेंस भी ले लिया था और अपने जालसाजी के काम कौन विस्तारित किया था।
3. 1995, में नकली टिकटों के मामलों में तेलगी के खिलाफ अलग-अलग case बनाए गए थे और उस को गिरफ्तार कर लिया गया था
4. 1999 , मैं बेंगलुरु में भी तेलगी के खिलाफ केस दर्ज हुआ था।
5. 2001, मैं कर्नाटका टास्क फोर्स ने गिरफ्तार कर लिया था।
6. तेलगी के जालसाजी में 54 लोगों के खिलाफ विकेश दर्ज हुआ था 54 लोगों में से विधायक और पूर्व पुलिस भी शामिल थे।
7. 2006, में तेलगी की और उसके साथियों को 30 साल के साथ सुनाई गई थी।
अन्य तथ्य
जर्नलिस्ट संजय सिंह ने इस घोटाले का पर्दाफाश किया था। उन्होंने इसके बारे में हिंदी नुक्कड़ रिपोर्टर की डायरी में लिखा था। अब्दुल करीम तेलगी पर web series बनने वाली है या web series संजय सिंह की गाड़ी पर आधारित होगा ।
अब्दुल करीम तेलगी की मृत्यु कब और कैसे हुई ?
Abdul Karim Telgi की मृत्यु 56 साल की उम्र में हो गई थी। वह कई बीमारियों से ग्रस्त था उसकी मृत्यु का मुख्य कारण मेनिनजाइटिस और मधुमेह था अतः 29 अक्टूबर 2017 की तारीख को उसने घोटाले के कलंक के दाग के साथ दुनिया को अलविदा कर दिया। बेंगलुरु के विक्टोरिया नामक अस्पताल में तेलगी की मृत्यु हो गई थी।
FAQ – Abdul Karim Delhi (अब्दुल करीम तेलगी)
अब्दुल करीम तेलगी कौन था?
Abdul Karim Telgi एक बहुत बड़ा जलसाज अपराधी था जो भारत के सबसे बड़े तेलगी घोटाले का दोषी था।
अब्दुल करीम तेलगी कितना का घोटाला किया था ?
तेलगी ने 30000 करोड़ का घोटाला किया था।
अब्दुल करीम तेलगी की मृत्यु कितने वर्ष में हुई थी
30 अक्टूबर 2017 में तेलगी की मृत्यु हो गई थी।
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